Shayari....Dil ki Juba


सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं
उनको!
किसी और का नाम लेकर जलाऊं
उनको!
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको
ही होगा!
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको ..... !! ♡



अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है,
जो तू कुबूल है.... तो तेरा सब कुछ कुबूल है...... !! ♡



महसूस कर रहे हैं तेरी लापरवाही कुछ दिनों से...
याद रखना अगर हम बदल गये तो मनाना तेरे बस की बात नही...... !! ♡



लोग पूछते हैं.. कौन है वो जो तेरी ये हालत कर गया,
मैं मुस्कुरा के कहती हूँ..
उसका नाम हर किसी के लब पे
अच्छा नहीं लगता ..... !! ♡



मेरी हर बात पर हँस के कह देता था वो,पागल हो तुम
और मैँ कहती थी कि तुमने ही तो बनाया है ..... !! ♡



मेरी हर बात पर हँस के कह देता था वो,पागल हो तुम
और मैँ कहती थी कि तुमने ही तो बनाया है ..... !! ♡



हम गमो को छिपाने का
कारोबार करते है
:
:
कसूर बस इतना है हम गम देने
वाले से ही प्यार करते है ..... !! ♡



उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था,
भूल गए थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती ..... !! ♡



मेने पूछा एक पल में जान कैसे निकलती है,
तो उसने चलते चलते मेरा हाथ छोड़ दिया ..... !! ♡



वहां तक तो साथ चलो जहाँ तक साथ मुमकीन है,
जहाँ हालात बदलेंगे वहाँ तुम भी बदल जाना ..... !! ♡



गिनती ठीक से सीखी नही,
मगर...
इतना मालूम हैं
खुशियाँ बांटने से बढती हैं ..... !! ♡



कुछ पल के लिए ही अपनी बाहों मे सुला लो ‘जान’
अगर आँख खुली तो उठा देना अगर ना खुली तो दफ़ना देना ..... !! ♡



पूछा जो हमने किसी और के होने लगे हो क्या ?
वो मुस्कुरा के बोले … पहले तुम्हारे थे क्या .?..... !! ♡


मैंने भी बदल दिए अपनी जिन्दगी के उसूल....
अब जो याद करेगा वो याद रहेगा ..... !! ♡



सुना है कोई और भी चाहने लगा है तुम्हे,
हम से बढ़ कर अगर चाहे तो उसी की हो जाना..... !! ♡

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