SHAYARI- DILE BAYA



काश कोई लम्हा ऐसा भी आये
कि उसकी याद आए और वो आ जाये..!!



ताल्लुक हो, तो रूह का...रूह से हो,
दिल तो अक्सर, एक-दूसरे से भर जाया करते हैं..!!


ज़रूरी नहीं है ....इश्क में ......बांहो के सहारे ही मिले
किसी को जी भर के ....महसूस करना भी मोहब्बत है


थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो,
चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है..!!


जो मजा अपनी पहेचान के साथ जीने मे है ,
वो कीसी दूसरे की परछाई बनने मे नहि ..!!


जो लोग दर्द को समझते है...
वो लोग कभी भी दर्द की वजह नहीं बनते..!!


दरमियाँ फासले उनसे इस तरह बढ़ते गए
हम ज़रा धीमे चले वो कुलाचे भरते गए..!!


खामोशियों से मिल रहे, खामोशियों के जवाब,
अब कैसे कहूँ कि उनसे मेरी बात नहीं होती..!!


मिठास रिश्तों कि बढाए तो कोई बात बने..
मिठाईयाँ तो हर साल मीठी ही बनती है..!!


यादकरना और याद आना
दोनो अलग अलग बाते है
याद हम उन्हें करते है जो हमारे अपने है
और याद हम उन्हेआते हे जो हमे अपना समजते है..!!


रूबरू होने की तो छोड़िये,
गुफ़्तगू से भी क़तराने लगे हैं,
ग़ुरूर ओढ़े हैं....
रिश्ते अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं..!!


दुनिया देखते देखते,..कितनी बेगैरत हो गयी.
हम जरा सा क्या बदले सबको हैरत हो गयी..!!


ताल्लुक हो, तो रूह का...रूह से हो,
दिल तो अक्सर, एक-दूसरे से भर जाया करते हैं..!!


हमारी तडप तो कुछ
भी नहीं है हुजुर,
सुना है कि आपके दिदार के लिए
तो आइना भी तरसता है..!!


मुश्किल भी तुम हो, हल भी तुम हो ,
होती है जो सीने में , वो हलचल भी तुम हो ..!!


तुम हो तो यकीन है और
उस यकीन में यकीनन तुम हो..!!


मेरी हर बात पर वो हंस कर कहता है तु ραgαℓ है...
जबकि बनाने वाला वो खुद हैं...!!


उसको चाहा भी तो इज़हार ना करना आया
कट गई उमर हमे प्यार ना करना आया
उसने मांगा भी अगर कुछ, तो जुदाई मांगी
और एक हम थे के हमें इंकार ना करना आया..!!


छू ना सकूं आसमान तो ना ही सही,
आपके दिल को छू जाऊं बस इतनी सी तमन्ना है..!!


SHAYARI DIL SE -3




मैं खुद भी अपने लिए अजनबी हूं,
मुझे गैर कहने वाले, तेरी बात मे दम है ..!!



दिल से ज्यादा सुरक्षित जगह नहीं दुनिया में मगर,
सबसे ज्यादा लोग.........लापता यहीं से होते हैं ..!!



सजदा तेरा कर ना सकूँ वोह बन्दगी क्या बन्दगी
तेरे बीना जीना पड़े तोह ज़िन्दगी क्या ज़िन्दगी..!!



यूँ तो जी रहे है पर जिन्दगी कहाँ है,
एहसास तो है तेरा पर तू पास कहाँ है ..!!


भरोसा जितना कीमती होता है
धोखा उतना ही महंगा हो जाता है
फूल कितना भी सुन्दर हो तारीफ खुशबू से होती  है
इंसान कितना भी बड़ा हो कद्र उसके गुणों से होता है..!!



एक बस तू ही नहीं मुझसे खफा हो बैठा
मैंने जो संग (पत्थर) तराशा वो खुदा हो बैठा..!!


कुछ रिश्तों में दर्द,कुछ दर्द के रिश्ते,
कुछ रिश्तों के मतलब,कुछ मतलब के रिश्ते,,
उम्र का हर पड़ाव कुछ नया सिखाता है,
हर बात में कोमा होती,पूर्णविराम नही..!!



हर चीज हद; मे अच्छी लगती है ,        
मगर तुम हो कि बे-हद अच्छे लगते हो..!!



आज भी एक सवाल छिपा है.. दिल के किसी कोने मैं..
की क्या कमी रह गईथी तेरा होने में..!!



दायरा मेरी दुनिया का देखो तो कितना छोटा है !
तुम ही से शुरु तुम ही पे खत्म ..!!



झूठ फितरत में उसकी यूँ शुमार था
सच बोल देना तो मानो त्यौहार था..!!


वो मुझे भूल ही गया होगा
इतनी मुद्दत कोई खफ़ा नहीं रहता..!!



उन्होंने वक़्त समझकर गुज़ार दिया हमको..
और हम.. उनको ज़िन्दगी समझकर आज भी जी रहे हैं..!!



"हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो..!"



दिल में कौन बसा है.....
ये राज सिर्फ
धडकनें जानती हैं...!!


दिल में जोर से दस्तक दे रहा है कोई,
लगता है तेरी यादों के आने का वक़्त हो गया ..!!


एक किताब की तरह हूँ मैं
कितनी भी पुरानी हो जाए
पर उसके अलफ़ाज़ नहीं बदलेंगे
कभी याद आये तो,
पन्ने पलट कर देखना हम आज जैसे है,
कल भी वैसे ही मिलेंगे..!!

shayari--मैं चाहती हूँ



डूबना चाहती हूं 
तेरी झील सी आंखो मे
मैं बंधना चाहती हूँ
तेरे मन के हर बंधन मे

मुरझाया हुआ लगता है 
कमी है आज चमन में 
मैं खुशबु चाहती हूँ
समेट ले आ तेरे बदन में 

कब तक अधूरी प्यासी रहू खडी
मैं तेरे आंगन में
अब तो बरस 
मैं भीगना चाहती हूं
तेरे बेसुमार सावन में 

इसलिए मौत आते ही
' सीमा ' चैन से सो गई कब्र मे 
अब जीना चाहती हूँ 
तेरे दिल की हर धडकन मे ...

SHYARI DIL SE





वो अपनी मर्जी से बात करते हैँ और..
हम कितने पागल हैँ जो
उनकी मर्जी का इंतजार करते हैं..!!


कुछ तो है
जो न तेरा है
न मेरा है
पर कुछ
अपना सा
मनमाना है।



ना करो मुझे समझने की कोशिश
कही मेरे किरदार से मोह्हबत ना हो जाये !!



तेरी मुस्कान से  सुधर जाती है तबियत मेरी,
बताओ ना तुम इश्क़ करते हो या इलाज़ !!



वो पत्थर कहाँ मिलेंगे दोस्तों
जिसे लोग दिल पर रख कर
एक दूसरे को भूल जाते हैं ...!!




 तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे,
 मगर हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो...!!



 कैसे करूँ मैं साबित कि तुम याद बहुत आते हो
एहसास तुम समझते नही और अदाएं हमे आती नहीं…!!


इतनी तो तेरी सूरत भी नहीं देखी
जितना तेरे इंतज़ार में घड़ी देखी है...!!


.
दिल के बुरे नहीं है हम दोस्तो
बस कुछ लोगो को अच्छे नहीं लगते...!!


प्यार और वफा दोनों बड़े काल्पनिक शब्द हैं
सिर्फ सुनाई देते हैं मिलते किसी को नहीं...!!



अहमियत हैसियत को मिलती है
और हम हैं कि जज्बात लिए फिरते हैं...!!



हम तो खुशियाँ उधार देने का कारोबार करते हैं, साहब
कोई वक़्त पे लौटाता नहीं है इसलिए घाटे में हैं...!!



"सब छोड़े जा रहे हैं आजकल हमें, ऐ जिन्दगी !
तुझे भी इजाजत है "जा ऐश कर"...!!


गज़ब की धूप है शहर में फिर भी पता नहीं,
लोगों के दिल यहाँ पिघलते क्यों नहीं...!!



 जब आप "फिक्र" में होते हो तो,खुद जलते हो...और
आप "बेफिक्र" होते है,तो दुनिया जलती है...!!



जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिए..!
धूप कितनी भी हो समंदर सूखा नही करते ...!!


वो मुझे भूल ही गया होगा
इतनी मुद्दत कोई खफ़ा नहीं रहता... !!

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