कुछ तुम्हारी मोहब्बत
कुछ तुम्हारी हसरत....
कुछ तुम्हारा बे मतलब सा इश्क़
कुछ तुम्हारी ये चाहत....
कुछ तुम्हारी यादों का सिलसिला
कुछ तुम्हारी मोहब्बत
कुछ तुम्हारी हसरत....
कुछ तुम्हारा बे मतलब सा इश्क़
कुछ तुम्हारी ये चाहत....
कुछ तुम्हारी यादों का सिलसिला
कुछ तुम्हारें ख्यालों का कारवां....
कुछ तुम्हारी प्यारी बातें
कुछ तुम्हारी ख्वाहिशें....
तुम ही तुम सबकुछ
अब और रखा ही क्या है ।
0 comments:
Post a Comment